*ऐ खुदा तूने भेजा है रहमत का जाम,*
*उनके हाथों से जिनका मुहम्मद है नाम,*
*रूह निकलती रहे दिल ये कहता रहे"*
*"मुस्तफा जाने रहमत पे लाखों सलाम.*
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